जावेद अख्तर साहित्य सम्मान समारोह-2018 का आयोजन रविवार को भोपाल में किया गया। अपनी तरह के इस पहले आयोजन में मशहूर शायर सूर्यभानु गुप्त को सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान हिंदी गजल परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए दिया गया है। इस अवसर पर उन्हें एक लाख रु. की सम्मान राशि और प्रशस्ति पत्र दिया गया।
शायरी की हिंदी में पहली मुक्कमल किताब का विमोचन
- समारोह में जावेद अख्तर के पिता जां निसार अख्तर की शायरी की हिंदी में पहली मुकम्मल किताब ‘आवाज दो हम एक हैं..’ का भी विमोचन किया गया। यह किताब मंजुल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है।
- कार्यक्रम में जावेद अख्तर, शबाना आजमी और अभिनेता फरहान अख्तरशामिल हुए। इस अवसर पर जावेद अख्तर ने कहा- ‘हमारी सात पीढ़ियां लिखती आई हैं। परिवार में हमेशा लिखने का माहौल मिला। मेरे पिता कहा करते थे कि मुश्किल जुबान में लिखना आसान है, पर आसान जुबान में लिखना उतना ही मुश्किल। क्योंकि आसान जुबान में ख्याल को छुपा पाना मुश्किल होता है।'
- दैनिक भास्कर जावेद अख्तर साहित्य सम्मान समारोह अब हर साल देश के अलग-अलग शहरों में होगा। यह आयोजन दैनिक भास्कर और साहित्यिक संस्था ‘रूपांकन’ ने मिलकर किया है।
Source-Dainik Bhaskar