
कोरोना वायरस ने यूं तो पूरी दुनिया में तहलका मचा रखा है, लेकिन इटली में हर दिन के साथ मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इस महामारी ने अगर किसी देश में सबसे ज्यादा तबाही मचाई है तो वो इटली ही है. यहां अब तक 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. शुक्रवार को ही यहां करीब 1000 लोगों की जान कोरोना वायरस ने ले ली है.
दुनिया भर के वैज्ञानिक और डॉक्टर हैरान हैं कि आखिरकार इटली में ही इतनी मौतें क्यों हो रही हैं. हालत यहां तक पहुंच चुके हैं कि कोरोना वायरस की महामारी के कारण लोग अपने प्रियजनों को अंतिम विदाई भी नहीं दे पा रहे हैं. इसके अलावा संक्रमण ज्यादा न फैले इसलिए अस्पताल में लोगों से मिलने की भी पाबंदी लगाई गई है.
अलजजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक इटली में मिलान के साको हॉस्पिटल की डॉक्टर मास्सिमो गली ने बताया कि इटली के मुख्य शहरों में संक्रमित लोगों का आंकड़ा ही हमारे सामने है, जो बेहद भयानक है. हैरान करने वाली बात यह है कि इन मुख्यों शहरों के आसपास के क्षेत्रों का आंकड़ा तो है ही नहीं, जहां देश की कुल आबादी का 68 प्रतिशत हिस्सा रहता है.
बहुत देर से शुरू हुए टेस्ट:
गली ने बताया कि जब इटली में इस संक्रमण ने भयानक रूप ले लिया तब जाकर प्रमुख शहरों में लैब बनाए गए और इसके टेस्ट शुरू किए गए. लेकिन यह बात काफी डराने वाली है कि छोटी जगहों पर स्वास्थ्य सुविधाएं अभी भी नहीं दी गई हैं.
शानदार मेडिकल सुविधाओं वाला देश है इटली:
इटली शानदार मेडिकल सुविधाओं के लिए भी जाना जाता है. यहां कोरोना वायरस का पहला मामला 31 जनवरी को रोम में सामने आया था. लेकिन देश में लॉकडाउन 10 मार्च को लागू किया गया.
लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं लिया:
आश्चर्य की बात यह भी है कि इसे लोगों ने गंभीरता से नहीं लिया और शहरों में लोग आराम से शॉपिंग करते रहे. रेस्टोरेंट्स में परिवार के साथ खाना खाते रहे, बार और क्लब, लेटनाइट पार्टी करते रहे, मार्केट में घूमते रहे. नतीजा यह हुआ कि वहां पर इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती चली गई.
इटली बुरी तरह मौतों के चक्र में घिर गया है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अन्य राष्ट्र जल्द ही इसकी स्थिति में आ सकते हैं क्योंकि शुरू से देखा जाए तो मेडिकल सुविधाएं अच्छी होने के बावजूद भी वहां इस वायरस को गंभीरता से नहीं लिया गया.
तेजी से बढ़ रहा मृत्यु दर:
रिपोर्ट के मुताबिक, इटली की कुल मौतों में 9 प्रतिशत से अधिक की विश्व-मृत्यु दर है. इसके विपरीत, चीन में, जहां प्रकोप की शुरुआत हुई, मृत्यु दर 3.8 प्रतिशत है. जर्मनी में यह 0.3 प्रतिशत है.
पूरे यूरोप में कोरोना वायरस के 3 लाख से ज्यादा केस हैं. अकेले इटली की बात करें तो यहां पर कोरोना वायरस के 86 हजार से ज्यादा कंफर्म केस हैं. इटली में इससे पहले गुरुवार को 712, बुधवार को 683, मंगलवार को 743 और सोमवार को 602 लोगों की मौत कोरोना वायरस से हुई थी.
दुनियाभर में बढ़ रहा आंकड़ा:
दुनिया भर में कुल 5,66,269 लोग कोरोना से संक्रमित हैं जबकि 26 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. चीन के बाद यूरोप में सबसे ज्यादा कोरोना कहर बरपा रहा है. पिछले 24 घंटे में ही कोरोना वायरस से स्पेन में 769 लोगों की जान जा चुकी है. स्पेन में ये एक दिन में सबसे ज्यादा मौत का आंकड़ा है.
भारत की स्थिति:
अमेरिका और यूरोप में तो कोरोना का कहर है ही. वहीं भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में देश में 75 नए केस सामने आए हैं, जबकि 4 लोगों की मौत हुई है. कोरोना वायरस के भारत में 830 से ज्यादा कंफर्म केस और 20 लोगों की मौत हो चुकी है.
Source - Aaj Tak